ज़ीवन का सृजन माँ, इसके साथ गर दुर्व्यवहार हो? ज़ीवन का सृजन माँ, इसके साथ गर दुर्व्यवहार हो?
नर नारायण से भी ऊपर सेवा है गौ माता की।। नर नारायण से भी ऊपर सेवा है गौ माता की।।
सुबह जीवन की सार्थकता है... सुबह जीवन की सार्थकता है...
ग्राम्य राग-रंग ग्राम्य राग-रंग
प्रेम में कविता प्रेम में कविता
उपेक्षित अपनों के बीच उपेक्षित अपनों के बीच